Monday, August 13, 2018

अरदास साईं झूलेलाल

                  || अरदास ||

ॐ श्री पलू पातम, गुरु जादम बलिहारी |
कुम्याल जती, ब्रहमा जती, तेती सौ करोड़ी
आगे जिन्दा जाहिर जिन्दा
पुगर साईं अम्मा बाई बाहर आई,
ठक्कर बुढा, मर्द मसारा
बिशन लाल, लाल सुन्दर जगजीवन लाल,
माधो दयाल किरपा दयाल,
राजा राज करे प्रजा सुख वस्से,
अन्न पानी दे भंडारे भरपूर,
काल कंटक सब दूर,
गुरी पीरी वधाईं, चलिहे बरकत पाईं,
जिन्ना नू दित्ता तिन्ना नु दुआ,
जिन्ना नू नाही दित्ता ओहना नू वी दुआ,
तेरे दर दा सवाली, कोई नाही खाली,
चौकी दर दा नाम सवाली,
वाख ना रखीं खाली,
डीठा मुख अमर दा, डीठी जोत अमर दी,
दुःख सब होवे दूर,
किरपा भई जिन्दपीर की,
नाम भक्ति भरपूर,
नाम दान वीसा दान, लड लग्गे दी लाज,
पैदा कित्ते दी लाज, इस्भेख दित्ते दी लाज,
दुध पुतर दी लाज, दुएती दुश्मनी दा नाश,
स्वासां दा संग होवीं, परदे ते पल्लू रखीं,
जत सत् धर्म शर्म कायम रखीं,
सर्व दा भला, सर्व दा भला, सर्व दा भला,
बोलेगा सो निहाल होवेगा,
बोल अमर लाल भगवान की जय, झूलेलाल की जय ||

Sai Jhulelal Punjabi Bhajan